Jeev Sakha is a non-profitable organization that takes care of animals without shelter and owner. The foundation of this institution was laid in 2006 by Smt. Swikriti. She was very fond of animals, especially dogs, since childhood. She had a very good knowledge of the hunger, pain, love, anger and disease of animals. In 2006, she thought of forming an organization to feed and take care of the dogs around her. As a result, Jeev Sakha was born. Swikriti created a small team that could take care of the daily needs of these animals, such as food, care of sick and injured animals, treatment, vaccination, shelter in changing seasons, etc. In the initial days, she used to discharge all these responsibilities with her own money, but gradually people started joining and helping her. Today this organization is doing its work smoothly and taking care of more and more animals. Today, many people in Jeev Sakha’s team are volunteering to help physically and financially. You too can be a part of this divine work by giving us your support.
(हिंदी संस्करण)
जीव सखा एक गैर लाभकारी संगठन है जो बिना आश्रय और मालिक के जानवरों की देख रेख करती है। इस संस्था की नीव 2006 में श्रीमति स्वीकृति द्वारा रखी गयी। स्वीकृति को बचपन से ही जानवरों से, खासकर के कुत्तों से काफी लगाव था। उन्हें जानवरों की भूख, पीड़ा, प्रेम , गुस्सा और बीमारी का भली भांति ज्ञान था। 2006 में उन्होंने अपने आस-पास के कुत्तों तो खाना खिलाने और देख रेख करने हेतु एक संस्था बनाने की सोची। परिणाम स्वरुप जीव सखा का जन्म हुआ। स्वीकृति ने एक छोटी सी टीम बनायीं जो इन जानवरों की रोजमर्रा की जरूरतों का ख्याल रख सके, जैसे खाना, बीमारी और घायल जानवरों की देख रेख, इलाज, वेक्सिनेशन, बदलते मौसम में इनको आश्रय देना इत्यादि शामिल है। शुरू के दिनों में ये स्वयं के पैसे से इन सब जिम्मेवारियों का निर्वहन करती थीं , लेकिन धीरे धीरे लोग मिलते गए और मदद मिलती गयी। आज यह संस्था सुचारु रूप से अपना काम कर रही है और ज्यादा सी ज्यादा जानवरों का ख्याल रख रही हैं । आज जीव सखा की टीम में बहुत सारे लोग वालंटियर बन कर शारीरिक और वित्तीय तौर पर मदद पहुंचा रहे हैं। आप भी अपना सहयोग हमें देकर इस ईश्वरीय कार्य का हिस्सा बन सकते हैं।